Saturday, December 7, 2024

घना कोहरा और उम्मीद की रोशनी

घना कोहरा और उम्मीद की रोशनी

है चंद दिन घना कोहरा तो उसे स्वीकारा जाए,

ज़रूरी नही हर बार सूर्य पर प्रश्न उठाया जाए। 


प्रकृति अपने अलग-अलग रंगों के माध्यम से हमें जीवन के गहरे संदेश देती है। कुछ दिन उजाले से भरपूर होते हैं, तो कुछ दिन धुंध और अंधेरे से। जब घना कोहरा हर दिशा में छा जाता है, तो मन बेचैन हो सकता है, लेकिन क्या यह जरूरी है कि हर बार हम सूर्य की अनुपस्थिति पर सवाल उठाएं?

यह पंक्तियां न केवल प्रकृति की स्थिति को दर्शाती हैं, बल्कि हमारे जीवन के उन पहलुओं को भी छूती हैं जब हम चुनौतियों और कठिन परिस्थितियों से गुजरते हैं। इन पंक्तियों में छिपा है एक गहरा दर्शन हर परिस्थिति को उसी रूप में स्वीकार करने का।

जीवन में चुनौतियों का महत्व

जिंदगी में हर समय साफ और आसान रास्ते नहीं मिलते। जैसे कोहरा कुछ समय के लिए हर चीज़ को ढक लेता है, वैसे ही जीवन में मुश्किलें भी कुछ पल के लिए हमारे दृष्टिकोण को सीमित कर देती हैं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि सूरज अपनी जगह छोड़ देता है। वह अपनी पूरी ऊर्जा के साथ हमें सहारा देने को तत्पर होता है, बस हमें धैर्य और विश्वास बनाए रखना होता है।

स्वीकृति: बदलाव की पहली सीढ़ी

हर समस्या का समाधान उसे स्वीकारने से शुरू होता है। जब हम घने कोहरे को स्वीकार कर लेते हैं, तो हमारे भीतर एक अनूठी शांति और सामर्थ्य का जन्म होता है। यह शांति हमें अपनी ऊर्जा व्यर्थ न गंवाने और समाधान खोजने की ओर प्रेरित करती है।

सूर्य पर सवाल क्यों?

हमारी आदत होती है कि जब भी मुश्किल आती है, हम दूसरों को दोष देने लगते हैं। ये दूसरों को दोष देना सूर्य पर सवाल उठाने जैसा है। लेकिन सच्चाई यह है कि सूरज अपनी जगह से कभी हिलता नहीं, वह हमेशा चमकने को तैयार रहता है। जरूरत है तो बस समय की और हमारी सहनशक्ति की।

घने कोहरे के पीछे छिपी संभावना

घने कोहरे का एक पहलू यह भी है कि यह हमें ठहराव और आत्मनिरीक्षण का मौका देता है। यह जीवन की दौड़ में एक विराम की तरह है, जहां हम अपनी प्राथमिकताओं और मंज़िलों पर दोबारा सोच सकते हैं।

आखिरकार, कोहरा छंट ही जाएगा

कोहरा स्थायी नहीं होता। चाहे कितनी ही गहरी धुंध क्यों न हो, सूरज उसे छांटने की ताकत रखता है। इसी तरह जीवन में कोई भी कठिनाई स्थायी नहीं होती। बस हमें अपने भीतर की उम्मीद और विश्वास को जिंदा रखना होता है।

निष्कर्ष

इस कविता की पंक्तियां हमें सिखाती हैं कि जीवन में हर स्थिति का सामना धैर्य और सकारात्मकता के साथ करना चाहिए। अगर कुछ समय के लिए अंधेरा छा जाए, तो घबराने की बजाय उसे स्वीकार करें। याद रखें, कोहरा चाहे कितना भी गहरा हो, सूरज कभी छिपता नहीं।

अपने जीवन में यह दृष्टिकोण अपनाएं और देखें कि कैसे हर चुनौती एक नई संभावना लेकर आती है।

Jai hind!

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